फ्रॉड कॉल व चैट से बचें
मैं ऑनलाइन ठगी, ब्लैकमेलिंग पर पहले भी बहुत बार बता चुका हूँ कि तकनीकी ने लोगों का जितना फायदा किया, उतना ही नुकसान भी किया। बैंक फ्रॉड से लेकिन पर्सनल हैरेसमेंट, ब्लैकमेलिंग, टॉर्चर इत्यादि तक इस तकनीक से ही बढ़े हैं।
पहले चोर अंधेरी गलियों, बस, ट्रेनों या घरों में डाका डालते थे। आजकल के चोर हैकिंग करते हैं। आपका ओटीपी उनका असेट है और आपका डर, अज्ञानता उनकी चाकू, बंदूक। सेकंड में आपका बैंक अकाउंट साफ कर जाएंगे, आपको उसके बाद समझ आएगा कि फ्रॉड क्या है।
आजकल जो युवा अपने मोबाईल में अश्लील सामग्री अधिक देखते हैं, उनके पास हैकर्स अलग-अलग लिंक भेजते हैं। फ्रेंड रिक्वेस्ट या मैसेज भेजते हैं। लड़की बनकर अश्लील बातें करेंगी फिर आपको ब्लैकमेल करेंगी। फर्जी पुलिस की वर्दी पहने लोग तक इस फ्रॉड में शामिल होते हैं।सबसे बड़ी विडंबना कि फ्रॉड के शिकार भारत में सबसे अधिक हो रहे हैं क्योंकि यहां तकनीक का गलत इस्तेमाल ही अधिक हुआ साथ ही साथ पुलिस या अन्य एजेंसियां इन पर लगाम नहीं लगा सकीं।
आज हमारे पास तकनीकी तो है लेकिन उसकी बागडोर दूसरे देशों के पास है। अंतिम बात यह कि हर क्षेत्र में जानकारियों का बहुत अभाव है, बशर्ते वह पढ़े-लिखे भी क्यों न हों।
बाक़ी बड़ा समाधान तो अभी तक कुछ नहीं निकला, लेकिन कुछ सावधानी जरूर बरतें। किसी से भी ओटीपी शेयर न करें। किसी से भी अश्लील चैटिंग न करें भले ही वो आपके प्रेमी, प्रेमिका ही हों। और कुछ हो ही जाये, तो डरें नहीं। किसी जानकार, समझदार से बातें करें जो आपको सही राह बता सके।