गेमराराम को अमृतसर से लाया बाड़मेर, पुलिस ने कोर्ट में किया पेश
गलती से तारबंदी कर चला गया था पाकिस्तान, 6 माह तक झेली यातनाएं, बताई आपबीती
नमस्कार नेशन/बाड़मेर
गेमराराम के भारत में पहुंचते ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उस पर रेप का आरोप है। वाघा-अटारी बॉर्डर पर 14 फरवरी को गेमराराम को भारतीय सेना के हवाले कर दिया गया था। अमृतसर से बाड़मेर पुलिस शनिवार को उसे पकड़कर ले आई। यहां उसे कोर्ट में पेश किया गया।गेमराराम ने बताया कि मैं गलती से तारबंदी क्रॉस करके पाकिस्तान चला गया था। जहां पाक रेंजर्स ने पकड़ लिया। 6 महीने तक मेरे साथ मारपीट करते रहे। मेरी आंखों पर पट्टी बांध देते थे। पूछते थे- यहां पर क्यों आया है? किसने भेजा। उल्टा लटकाकर मारपीट करते थे। हाथों और पैरों के नीचे की तरफ बहुत बुरी तरीके से मारते थे। 21 माह तक कराची जेल में भारतीयों के साथ में रखते थे। पाक जेल में बंद भारतीयों के बुरे हाल हैं। रोते हुए बोलते थे कि मीडिया में जाकर बताना हमारे हाल।
कैसे पाकिस्तान पहुंचा गेमराराम
गेमराराम भारत-पाक बॉर्डर से सटे गांव कुम्हारों का टीबा का रहने वाला है। गेमराराम का गांव की एक युवती से अफेयर था। 4 नवंबर 2020 की रात वह गर्लफ्रेंड के घर गया था। इसी दौरान युवती के घरवाले जाग गए और उसे देख लिया। डर के मारे वह वहां से भाग गया। उसे यह पता नहीं लगा कि वह किस तरफ भाग रहा है। तारबंदी क्रॉस करके पाकिस्तान की सीमा में चला गया था। जहाँ उसे पाक रेंजर्स ने पकड़ लिया था। वह कराची जेल में बंद था। यहां बाड़मेर में बिजराड़ थाने में गेमराराम की गुमशुदगी भी दर्ज है। वहीं, बिजराड़ थाने में जनवरी 2021 में लड़की के पिता ने गेमराराम के खिलाफ रेप का मामला भी दर्ज है।
चिट्ठी से पता चला वह पाक जेल में है
गेमराराम 4 नवंबर 2020 में तारबंदी क्रॉस करके पाकिस्तान चला गया था। इसके 14 माह बाद गेमराराम ने पहली बार चिट़्ठी पाकिस्तान से रिहा हुए 25 मछुआरों के साथ भेजी थी। कराची जेल से जनवरी 2022 में मछुआरों को रिहा किया था। ये मछुआरे गेमराराम के साथ जेल में बंद थे। गेमराराम ने इनको 23 जनवरी 2022 को चिट्ठी दी थी। चिट्ठी में जय भारत के शुरुआत की थी। बताया था कि मैं यहां ठीक हूं। आप भी वहां पर ठीक होंगे। मम्मी, पापा, दादा, दादी सहित भाइयों और बच्चों के बारे में हाल-चाल पूछा था। सभी को प्यार भरा नमस्कार और राम-राम लिखा था। परिवार से माफी मांगी थी। गेमराराम के प्रेम- प्रसंग को लेकर उसके परिजन इनकार करते रहे थे, लेकिन उसने चिट्ठी में जिक्र करते हुए लिखा था कि वह युवती से बहुत प्यार करता था।
चिट्टी में मांगी माफी, लिखा मैं उस रात गुस्से में था
अगस्त 2022 में दूसरी चिट्ठी वॉट्सऐप के जरिए मिली थी। इसमें गेमराराम ने लिखा है मैं सकुशल हूं। माफी मांगते कहा मैं उस रात गुस्से में था और बॉर्डर क्रॉस करके चला गया था। रात को बॉर्डर से कुछ आगे सो गया था। सुबह उठा और आगे गया तो एक खेत में एक व्यक्ति से मिला और उसने मुझे पाक रेंजर्स के पास छोड़ दिया था। मुझे जेल भेज दिया गया था। आप लोगों के बारे में सोच कर बहुत परेशान हूं। मेरी सजा पूरी हो रही है। मैं जल्द जेल से रिहा हो जाऊंगा।
बेटे के गम में पिता की हो चुकी मौत
पाकिस्तान जाने के बाद से गेमराराम के पिता जुगताराम परेशान थे। इससे वे बीमार हो गए थे। बेटे से मिलने की चाहत में नवंबर 2021 को उनकी मौत हो गई थी। गेमराराम की रिहाई को लेकर केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, पूर्व सांसद एवं सैनिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह व आरएलपी अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने पैरवी की थी।