नगर परिषद की अनदेखी, बदहाल हुआ ऐतिहासिक सुन्देलाव तालाब; सीवरेज सिस्टम फेल, नाक बंद कर निकलते हैं लोग
नमस्कार नेशन/जालोर
शहर का एक मात्र पिकनिक पाइंट माना जाने वाला ऐतिहासिक और धार्मिक सुन्देलाव तालाब में नगर परिषद की अनदेखी के चलते सीवरेज और नालों का गंदा पानी मिल रहा है। एक ओर जिला प्रशासन तालाब को निखारने के लिए कई प्रयास कर रहा है। वहीं, दूसरी ओर नगर परिषद की लापरवाही से तालाब बदहाली का शिकार हो रहा हैं। नगर परिषद के द्वारा शहर में लगाया गया सीवरेज लाईन सिस्टम फेल हो चुका हैं। शहरभर के सीवरेज और नालों का गंदा पानी तालाब में आकर मिल रहा है। जिससे तालाब के पानी में बदबू फैल रही हैं। जिसकी वजह से वहां से गुजरने वाले लोगों को नाक बंद कर गुजरना पड़ता है।
हर साल होते हैं धार्मिक कार्यक्रम
सुन्देलाव तालाब पर हर साल कई समाजों के धार्मिक और सांस्कृति कार्यक्रम होते हैं। जैसे- रेवाड़ी, कृष्ण जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी, ताजिया और झूले लाल जंयती सहित कई शोभा यात्राएं तालाब में विसर्जन के बाद समाप्त होती हैं। इसके अलावा जिला प्रशासन के द्वारा भी कई सांस्कृति कार्यक्रमों का आयोजन होता हैं।
प्रशासन के कई बार किए सौंदर्यीकरण के प्रयास
जालोर जिला कलेक्टर रहे राजन विशाल, जितेंद्र सोनी, हिमांशु गुप्ता सहित कई अधिकारियों ने सुन्देलाव तालाब के स्वरूप को निखारने को लेकर कई प्रयास किए, वहीं, वर्तमान जिला कलेक्टर निशांत जैन ने भी सुन्देलाव तालाब की सुंदरता बनाए रखने के लिए कई प्रयास किए हैं। लेकिन नगर परिषद की अनदेखी के चलते दिनों दिन तालाब का स्वरूप बिगड़ रहा हैं।