कर्नल सोनाराम कांग्रेस में शामिल, आज गुड़ामालानी से भरेंगे नामांकन; मंत्री हेमाराम चौधरी के टिकट से इनकार करने के बाद राह हुई आसान
नमस्कार नेशन/गुड़ामालानी
चार बार सांसद और एक बार विधायक कर्नल सोनाराम चौधरी 10 साल बाद फिर से रविवार को कांग्रेस में घर वापसी कर ली है। दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन से मुलाकात कर कांग्रेस जॉइन की है। साल 2014 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। इसके बाद लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीत गए थे। सोनाराम चौधरी का कांग्रेस से गुड़ामालानी सीट से चुनाव लड़ना भी लगभग तय है।दरअसल, भाजपा नेता कर्नल सोनाराम चौधरी वसुंधरा गुट के माने जाते हैं। विधानसभा चुनाव में गुड़ामालानी सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी बीजेपी से कर रहे थे। लेकिन बीजेपी ने कर्नल सोनाराम चौधरी ने टिकट नहीं दी। इससे खफा होकर होकर रविवार को पूर्व सांसद ने कांग्रेस जॉइन कर ली। इधर, वन मंत्री और मौजूदा गुड़ामालानी विधायक हेमाराम चौधरी के चुनाव लड़ने से इनकार करने के बाद कर्नल सोनाराम चौधरी की राह आसान हो गई। दरअसल, भाजपा नेता कर्नल सोनाराम चौधरी वसुंधरा गुट के माने जाते हैं। विधानसभा चुनाव में गुड़ामालानी सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी बीजेपी से कर रहे थे। लेकिन बीजेपी ने कर्नल सोनाराम चौधरी ने टिकट नहीं दी। इससे खफा होकर होकर रविवार को पूर्व सांसद ने कांग्रेस जॉइन कर ली। इधर, वन मंत्री और मौजूदा गुड़ामालानी विधायक हेमाराम चौधरी के चुनाव लड़ने से इनकार करने के बाद कर्नल सोनाराम चौधरी की राह आसान हो गई।
मौजूदा विधायक ने दिया समर्थन
मंत्री हेमाराम चौधरी ने पार्टी व जनता को इस बार चुनाव नहीं लड़ने की बात की थी। इधर गुड़ामालानी से बीजेपी में दावेदारी कर रहे कर्नल सोनाराम चौधरी को टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस से खाली हुई सीट पर चुनाव लड़ने का मानस बनाया। रविवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलकर कांग्रेस जॉइन कर ली।
भाजपा-कांग्रेस दोनों पार्टियों में रहे सोनाराम
कर्नल सोनाराम चौधरी बाड़मेर-जैसलमेर सीट से लगातार तीन बार कांग्रेस से सांसद बने थे। 2008 में बायतु विधानसभा सीट नई बनने पर चुनाव लड़ा और जीत गए थे। 2013 में फिर से कांग्रेस सीट पर बायतु से विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन कैलाश चौधरी से हार गए। इसके 2014 में तत्कालीन सीएम वसुंधरा राजे कर्नल सोनाराम चौधरी बीजेपी जॉइन करवाई।