बाजार में खुलेआम बिक रही बीमारी, खाद्य विभाग नही कर रहा कार्यवाही
मानकों की अनदेखी कर सूमो कोला बेवरेज कंपनी लोगों को परोस रही जहर
नमस्कार नेशन/सूरत
गर्मी की दस्तक के साथ ही शहर में एक ओर जहां शीतल पेय पदार्थों की बिक्री एकाएक बढ़ चुकी है। वहीं दूसरी ओर शीतल पेय के रूप में लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इसकी ओर न तो स्वास्थ्य विभाग का कोई ध्यान है ओर न ही नगर पालिका इस संबंध में किसी प्रकार की कार्रवाई करने की पहल की गई है। ऐसी दशा में शहर की विभिन्न गलियों, मोहल्लों में इस समय जलजीरा, रंग-बिरंगी कुल्फियां तथा विभिन्न प्रकार के सोड़ा वाटर लोगों को निम्न स्तर के शीतल पेय बेधड़क परोसे जा रहे हैं। गर्मी के मौसम में तपन से निजात पाने के लिए व्यक्ति विभिन्न प्रकार के जतन करता हुआ दिखाई देता है। इसमें शीतल पेय को अधिक महत्व दिया जाता है। एक ऐसा ही मामला सामने आया हैं शहर के वेड रोड़ स्थित पावर लूम्स सोसायटी पेडोल कंपनी से जहां सूमो कोला बेवरेज कंपनी द्वारा शीतल पेय पदार्थ के नाम पर जहर परोसा जा रहा हैं, इस कंपनी के द्वारा निर्मित हर बोतल में कचरे का अंबार लगा हुआ हैं।
खाद्य विभाग नहीं करता कार्रवाई
गर्मी के इन दिनों में लोगों को परोसे जा रहे अमानक स्तर के शीतल पेय को लेकर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। वहीं कई स्थानों पर आम, पायनापल आदि के अमानक स्तर के जूस के स्टॉल भी लगे हुए हैं जो खुलेआम लोगो के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हुए दिखाई देते हैं।
अधिकारी नहीं करते हैं कार्रवाई
नगर के नागरिकों के स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने का दायित्व नगर पालिका के पास होता है, लेकिन नपा इस समय निष्क्रिय दिखाई दे रही है। सबकी आंखों के सामने खुले रूप से बीमारियों को आमंत्रित करने वाले इन लोगों के विरुद्ध नगर पालिका ने फिलहाल कोई पहल नहीं की गई है। जबकि स्वास्थ्य विभाग को ज्ञात होता है कि कौन से पदार्थ से व्यक्ति के शरीर पर दुष्प्रभाव पड़ेगे लेकिन स्वास्थ्य विभाग भी यहां सब कुछ जानते हुए अनजान बना हुआ है। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के अमले ने कभी भी शहर में बिकने वाली खाद्य सामग्रियों के संदर्भ में कोई जागरूकता अभियान नही चलाया। ऐसी दशा में शहर में खाद्य सामग्री का अवैध कारोबार करने वालों के हौंसले बुलंदी पर हैं।
– हर दुसरी बोतल में कचरा :
सूमो कोला बेवरेज के का मालिक मौत का सौदागर बना हुआ हैं, यह लोगों आमजन को मौत के घाट उतारने पर आमादा हैं, इसकी पेय पदार्थ की हर दुसरी बोतल में कचरा निकल रहा हैं जो कि नमस्कार नेशन की टीम के पास पुख्ता प्रमाण हैं।
– खाद्य विभाग सोया कुम्भकर्णी नींद में, अनहोनी का कौन होगा जिम्मेदार? :
आमजन की सेहत के साथ खिलवाड़ कहाँ तक उचित हैं, स्वास्थ्य महकमा आंखे बंद कर रखा हैं वहीं खाद्य सुरक्षा विभाग के कारिंदे ऐसे जहर परोसने वाले दुकानदारों पर नकेल नही कस रहे हैं। ऐसे में ग्रामीणों का विभाग व विभागीय अधिकारियों से विश्वास उठता जा रहा हैं।
– स्वास्थ्य सुरक्षा विभाग करता हैं खानापूर्ति :
विभाग कुछ दुकानों से सैंपल भरने की केवल खानापूर्ति करता है पर कार्रवाई किसी पर भी नहीं हो पाती, इससे स्पष्ट है कि खाद्य सुरक्षा विभाग के द्वारा भी मिलीभगत कर और शुद्ध पेय पदार्थ बाजार में सप्लाई करवाया जाता है। यहाँ तक कि इस विभाग में वेड रोड़ सूरत पर स्थित सहयोग पावर लूम्स सोसाइटी पंडोल से भी हफ्ता पंहुचता हैं तभी यह सरकारी तनख्वाह लेने वाले कारिंदे अपना कर्तव्य निभाने में नाकाम साबित हो रहे हैं।