राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत एवं प्रगतिशील की संयुक्त विरोध सभा आयोजित
अध्यापक स्थानांतरण सभी पदोन्नति शुरू करने, गैर शैक्षणिक कार्यों का बहिष्कार आदि मुद्दों पर हुआ विचार विमर्श
नमस्कार नेशन/बाड़मेर
राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के जिला मंत्री विनोद पूनिया ने विज्ञप्ति जारी कर बताया तृतीय श्रेणी शिक्षक बादले, सभी संवर्ग शिक्षक पदोन्नति शीघ्र शुरु करने एवं उप प्रधानाचार्य पद पर 50% सीधी भर्ती से भरने की मांग को लेकर गांधी शांति प्रतिष्ठान केंद्र, गांधी भवन, जोधपुर में राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत एवं राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय संभाग स्तरीय विरोध सभा की गई। विरोध सभा द्वारा सैकड़ों शिक्षकों ने अपनी भागीदारी देकर राज्य सरकार तक शिक्षकों की आवाज पहुंचाने का काम किया। सभा को राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील के प्रदेशाध्यक्ष वन्नाराम चौधरी, महामंत्री पूनमचंद विश्नोई, राज.शिक्षक संघ शेखावत के प्रदेश महामंत्री उपेंद्र शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष भंवर लाल काला, शिक्षक सं. प्रगतिशील के महामंत्री नैनाराम चौधरी, बाड़मेर जिलाध्यक्ष देरावर सिंह चौधरी, शिक्षक संघ शेखावत के जिलाध्यक्ष भगवानाराम जाखड़, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य दिलीप बिरङा व रामनिवास, जिलामंत्री विनोद पूनिया आदि ने संबोधित किया। उपेंद्र शर्मा ने सभी संवर्ग शिक्षकों के तबादले करने का स्वागत करते हुए तृ. श्रेणी शिक्षकों के तबादले नहीं खोलने को लेकर अध्यापकों के साथ सौतेले व्यवहार बताया तथा गैर शैक्षणिक कार्यों के बहिष्कार को शेष जिलों में और तेज की अपील करते हुए कहा की इस मुद्दे पर राज्य सरकार बैकफुट पर नजर आ रही है, जिससे हमें 10 गुणा ज्यादा सफलता मिली है। राज.शि. संघ प्रगतिशील के प्रदेशाध्यक्ष वन्नाराम चौधरी ने वर्तमान हालत में शिक्षकों पर हो रहे कुठाराघात पर आक्रोश व्यक्त करते हुए तीन साल से बंद पङी सभी प्रकार की पदोन्नतियां शीघ्र शुरू करने की मांग की।उन्होंने पदोन्नति में एकरूपता न रखने पर नाराजगी व्यक्त की महामंत्री उपेन्द्र शर्मा व मुख्य महामंत्री पूनमचंद बिश्नोई ने व्याख्याताओं को थोङे से लाभ के लिए उपप्रधानाचार्य पदोन्नति से होने वाले नुकसान पर प्रकाश डालते हुए प्रधानाचार्य पद पर सीधी पदोन्नति की पुरजोर वकालत की। जिलाध्यक्ष भगवानाराम जाखङ व देरावरसिंह चौधरी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत 50 प्रतिशत व्याख्याता पद सीधी भर्ती से भरने की मांग को जायज ठहराते हुए प्रधानाध्यापक पद समाप्त करने को शिक्षकों के साथ अन्याय बताया। जिला मंत्री विनोद पूनिया व महामंत्री नैनाराम चौधरी ने वरिष्ठ अध्यापक से उप प्रधानाचार्य एवं व्याख्याता से प्रधानाचार्य पद पर सीधी पदोन्नति देने की मांग की।