कोटेश्वर धाम महंत सत्यमगिरी महाराज का किया स्वागत सत्कार
मायलावास
मानव सेवा से बड़ा कोई पुण्य कार्य नही इसलिए हमें निस्वार्थ भाव से मानव की सेवा करनी चाहिए तभी सही मायने में इंसान के जीवन की नैय्या पार हो सकेगी। उक्त शब्द कोटेश्वर धाम महंत सत्यम गिरी महाराज ने बुधवार को मायलावास चौराया पर स्वागत सत्कार के दौरान कहे। दरअसल बुधवार को महंत सत्यमगिरी महाराज कोटेश्वर धाम में एक माह का चातुर्मास पूर्ण कर अपने काफिले के साथ अगला चातुर्मास करने माउंट आबू के लिए गुजर रहे थे इस दौरान बालोतरा जिले के सिवाना उपखंड क्षेत्र में स्थित मायलावास चौराया पर समाजसेवी मानसिंह राखी की अगुवाई में महंत का गर्मजोशी से स्वागत सत्कार किया। इस दौरान महंत ने कहा कि मानव सेवा प्रभु भक्ति के समान ही है, इससे जीवन का कल्याण हाेता है। पीड़ित की सेवा को हर धर्म ने सर्वोपरि बताया है। पीड़ित की मदद करने से आत्म शक्ति बढ़ती है और मन में विश्वास का संचार होता है। उन्होंने कहा कि हर जीव में भगवान का वास है। हर जीव परमात्मा की सृष्टि का अंग है। इसलिए हमें हर जीव के प्रति दया का भाव रखना चाहिए। दूसरे की सेवा करने से भगवान प्रसन्न होते हैं। इससे मनुष्य की पीड़ा और दुख स्वत: ही समाप्त हो जाते हैं। महंत के इन उपदेशों से स्वागतकर्ता प्रफुल्लित हो गए। सभी ने महंत के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान कई भक्तजन मौजूद रहे।