लाइव कवरेज : ओवरलोड डम्परों से गिरने वाली बजरी बन सकती हैं हादसे का सबब फिसल रहे हैं वाहन चालक, कार्यवाही की बजाय अधिकारी मेहरबान

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नमस्कार नेशन/मोकलसर/नवीन सोलंकी

मायलावास चौराये से गुजरने वाले एनएच 325 पर धड़ल्ले से बजरी का परिवहन हो रहा हैं। वो वाहन ओवरलोड होने की वजह से उनके अंदर से बजरी निकलकर सड़क पर बिखर रही हैं। जो कि अन्य वाहन चालकों के लिए जानलेवा साबित हो रही हैं। रविवार को स्टेट हाइवे 64 से लेकर एनएच 325 बाईपास मार्ग तक जगह-जगह बजरी बिखरी पड़ी हुई थी। और ऐसा तभी संभव होता हैं जब कोई अवैध रूप से बजरी का परिवहन कर रहा हो और वो चालान से बचने के लिए तेज रफ्तार से वाहन चलाए। गनीमत रही कि उस दौरान पीछे कोई वाहन नही था वरना बड़ा हादसा हो सकता था। इस बजरी से छोटे वाहनों को क्रॉस करते समय काफी दिक्कत हो रही हैं। हरदम फिसलने की आशंका बनी रहती हैं। हालांकि हाईवे ऑथोरिटी द्वारा समय-समय पर साफ सफाई करवाई जाती हैं।लेकिन यहां के हालात कुछ ऐसे हैं कि इस राष्ट्रीय राजमार्ग से ऐसे सैकड़ों ओवरलोड वाहन निकलते हैं जिनसे रेत, गिट्टी, मिट्टी, बजरी इत्यादि बिखरते रहते हैं। ऐसे में अगर यहां प्रतिदिन भी सफाई करवाई जाए तो भी इसका कोई स्थाई समाधान नही हैं। परिणामस्वरूप इसका खामियाजा दुपहिया वाहन चालकों को भुगतना पड़ता हैं।

– नियमित होना चाहिए निरीक्षण :

सड़क की सुरक्षा को लेकर प्रभावी मोनिटरिंग होनी चाहिए जिससे की सड़क की वास्तविक स्थिति का पता लगा रहे की सड़क पर रेत, मिट्टी, बजरी इत्यादि तो नही बिखरी पड़ी हैं जिससे कि वाहन स्लिप होते हैं।

– जगह-जगह बने हैं स्टॉप मगर नही होता उपयोग :

बालोतरा-जालोर एनएच 325 पर जगह-जगह आपातकालीन स्थिति में वाहन को रोकने के लिए स्टॉप बने हुए हैं जहां ओवरलोड डंपर की रेत कम करवा दी जाए, तो सड़क पर गिरने का सवाल ही नहीं होगा। फिर वाहन स्लिप नहीं होंगे तो दुर्घटनाओं पर भी अंकुश लग सकता हैं। साथ ही यहां सीसीटीवी कैमरे भी लगने चाहिए ताकि ओवरलोड वाहनों की निगहबानी भी की जा सकें।

– मायलावास चौराया और चामुण्डा माता मंदिर के पास अधिक परेशानी :

इन ओवरलोड डंपरों से रेत गिरने से मायलावास चौराया और चामुण्डा माता मंदिर के पास अधिक परेशानी होती हैं क्योंकि यहां स्पीड ब्रेकर नही हैं और ज्यादातर वाहन चालक यहीं से सड़क क्रॉस करते हैं ऐसे में सड़क पर बिखरी बजरी की वजह से आए दिन वाहन चालक स्लीप होकर चोटिल हो रहे हैं।

– इन वाहनों पर नही होती कोई चालानी कार्रवाई :

गौरतलब हैं कि एनएच 325 कई राज्यों को जोड़ता हैं इसलिए मुख्य मार्ग होने की वजह से यहां से हमेशा बजरी, मिट्टी, गिट्टी, रेत, भूसा के ओवरलोड वाहनों का परिवहन होता हैं लेकिन पुलिस और परिवहन विभाग के अधिकारियों की मेहरबानी के चलते इन पर कोई चालानी कार्यवाही नही होती हैं लेकिन जब इन्ही वाहनों से किसी तरह का हादसा होता हैं उसके बाद ही अधिकारी हरकत में आते हैं। विभाग द्वारा अभियान भी चलाया जाता हैं लेकिन इन वाहनों पर कोई कार्यवाही नही की जाती।

संपादक: भवानी सिंह राठौड़ (फूलन)

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