गोडागड़ा धाम पर शिवदानपुरी महाराज की समाधी पर मेले का आयोजन।
दिन भर लगी रही श्रद्वालुओ की लंबी कतारे
फलसूण्ड
निकटवर्ती गोडागडा धाम पर शिवदानपुरी महाराज की समाधी पर गुरुवार को मेले का आयोजन किया गया। जिसमें आसपास के गांवो व दूर दराज क्षेत्र से हजारो की संख्या में श्रद्वालुओ ने यहाॅ पर पहुॅच कर खुशहाली की कामना की। वैसे तो यह मेले का आयोजन प्रत्येक माह की शुक्ला पंचमी को किया जाता है। लेकिन भादरवा महिना में बड़ा मेला लगता है। जिसमें आसपास के गांवो व दूर दराज क्षेत्रो में छतीसगढ, कर्नाटक गुजरात महाराष्ट्र, जोधपुर, बाडमेंर, बायतु, बालोतरा, जैसलमेंर, शेरगढ, नाचना, धोरीमन्ना से भी भारी संख्या में यहाँ पर श्रद्वालु पहुँचते है। गुरुवार को आयोजित हुए मेले मे सुबह 5 बजे से लेकर शाम तक समाधी पर दर्शन के लिए भक्तो का तांता लगा रहा है। समाघि पर हजारो श्रदालुओ ने आकर खुशहाली की कामनाए की। सुबह चार बजे से ही यात्रियो की शुरूआत हो गई। यहा पर हर माह की पंचमी को मेला लगता है।
पौराणिक चमत्कारी है जीवित समाधि
यहाँ शिवदानपुरी महाराज जीवित समाधि 555 वर्ष पुरानी है। ओर यहा श्री शिवदानपुरी ट्रस्ट सेवा समिति मेले मे पुलिस व ट्रस्ट सेवा समिति व समस्त वंशज पुजारी यहां यात्रियो को चाय पानी कि व्यवस्ता करते हैं। बाद जो वर्तमान पुजारी पुजा पाठ करवाते है। ओर एक भगवा धागा बाघते है जिसे पीड़ित रोते आते हैं। बाबा के दरबार और वापस यहा से हसते हसते जाते हैं। मेले में विशेषकर लकवा ग्रस्त मरीज मन्नत मांगने आते हैं। आस्था के साथ महाराज के नाम का धागा बंधवाकर फेरी लगवाते है। लकवाग्रस्त मरीज बताते हैं कि उन्हें काफी राहत भी मिलती है।
व्यवस्था में रहा इनका सहयोग
मेले में ग्रामीण ओमप्रकाश टावरी,राजु चाण्डक, मनोज कुमावत, कैलाश चाण्डक, खेतमल, नेमीचन्द, ने बताया कि फलसूण्ड पुलिस थाना अधिकारी ओमप्रकाश चोधरी भणियाणा थाना प्रभारी देवाराम, वह पुलिस जाब्ता के साथ पूरे दिन मोनोटिग करते रहे। पुलिस थाना अधिकारी ने भी अपनी तरह से हर प्रकार का सहयोग दिया गया हैं। और ट्रस्ट की और से श्रदालुओ के लिए चाय पानी की व्यवस्था कि गई थी। और गांव के ग्रामीणों का भी सहयोग रहा। ग्रामीणो ने बताया कि आज सुबह 4 बजे से फलसूण्ड़ थाना से अधिकारी हेड कास्टेबल व पुलिस स्टाप मेन चौराया पर दिन भर तैनात रहा। तथा ट्रैफिक व्यवस्था को बखूबी से सम्भाले रखा। जिससे वाहनों के जाम वाली स्थिति पैदा नही हो पाई है। पुलिस की ओर से शांति व्यवस्था बराबर कायम रखी।