सरकारी जमीन पर खुदवा दी निजी ट्यूबवेल, विभाग बेखबर
कार्यवाही के अभाव में अतिक्रमीयों के हौंसले बुलंद, बढ़ रहा अतिक्रमण का दायरा
मोकलसर
सरकार द्वारा ओरण, गोचर सहित सरकारी भूमि पर निर्माण कार्यों को लेकर भले ही सख्त मनाही हो बावजूद इसके अतिक्रमी पांव पसारे हुए हैं। खाली पड़ी जमीन पर मौका मिलते ही अपना स्वामित्व जताना शुरू कर देते हैं। प्रशासन की अनदेखी या यह कह सकते है कि प्रशासन की मिलीभगत के कारण आज वो बेशकीमती सरकारी जमीन अतिक्रमण की भेंट चढ़ती जा रही हैं। इन जमीनों पर कई कच्चे-पक्के अवैध निर्माण हो रहे हैं। और वर्तमान में जिस प्रकार से सरकारी भूमि पर अवैध तरीके से निर्माण कार्य हो रहे हैं उस से स्पष्ट हैं कि कहीं न कहीं इन अतिक्रमणकारियों को सरकारी संरक्षण प्राप्त हैं क्योंकि बिना सरकारी संरक्षण के गोचर भूमि पर अतिक्रमण व अवैध निर्माण कार्य सम्भव नही हो सकता। इन भूमि पर आज आवासीय मकान, दुकाने, बाड़े आदि का निर्माण हो रहा हैं तो ऐसे में प्रशासन पर सवाल तो खड़े होते ही हैं। दरअसल ऐसा ही एक मामला सामने आया हैं बालोतरा जिले के सिवाना उपखंड क्षेत्र के मोकलसर गांव से, जहां एक अतिक्रमी ने सरकारी जमीन पर इमारत खड़ी कर उसमें ट्यूबवेल का निर्माण कर दिया हैं। जिसके माध्यम से सिंचाई की जा रही हैं। मामले में स्थानीय पटवारी का कहना हैं कि ट्यूबवेल का निर्माण 4-5 साल पूर्व करवाया गया था लेकिन मिली जानकारी के अनुसार 1-2 माह पूर्व ही करवाया गया हैं। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण तो यह हैं कि आखिर सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से ट्यूबवेल की खुदाई करवा दी और राजस्व विभाग बेखबर हैं।