जिस कुत्ते के पिल्ले को बचाया उसी ने काटा, तड़पते हुए निकला दम
अपील: कुत्ते के काटने पर जरा सी भी नही बरतें लापरवाही, समय पर करवाएं इलाज
पाली
पाली के एक घर में महज तीन दिनों के भीतर दो लोगों की मौत हो जाने के कारण पूरे गांव में सन्नाटा छा गया। घर में मौजूद बेटी का कहना है कि पिता अगर रैबीज का इंजेक्शन समय पर लगवा लेते तो यह हादसा नहीं होता और घर में खुशियां बनी रहती। दरअसल, यह मामला पाली शहर से कुछ दूर पर स्थित हेमावास गांव की है। गांव में जोधाराम मालवीय लौहार उम्र 50 वर्ष अपने परिवार के साथ खुशी से रह रहे थे, लेकिन दिसम्बर 2023 में एक कुत्ते के छोटे बच्चे को बचाने के फेर में उनकी जान चली गई। परिजनों के अनुसार घर के बाहर एक कुत्ता एक छोटे पिल्ले को काट रहा था। इस दौरान जोधाराम ने पिल्ले को बचाया और उसे अपनी गोदी में उठा लिया। इसी बीच पिल्ले ने उन्हें काट लिया, जिससे उनके हाथ पर घाव हो गया। वे लगातार इस घाव को अनदेखा करते रहे, जिससे उन्हें रैबीज की बीमारी हो गई और आखिरकार उन्होंने तड़पते हुए घर में ही दम तोड़ दिया। उनके निधन के दो दिन बाद उनकी बेटी उम्र 20 वर्ष की भी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
9 फरवरी की शाम को बिगड़ी तबीयत, पानी पीने में होने लगी दिक्कत
परिजनों ने बताया कि दिसंबर 2023 में पिल्ले के काटने की घटना हुई थी, लेकिन उसके दो महीने बाद अचानक जोधाराम की तबीयत बिगड़ने लगी। उनकी बीपी बढ़ गई और पानी देखते ही घबराने लगे। इसके बाद 9 फरवरी को परिजन उन्हें इलाज के लिए बांगड़ हॉस्पिटल लेकर पहुंचें। यहां डॉक्टरों ने रैबिज बीमारी होने की संभावना जताई। इसके बाद 10 फरवरी की सुबह इन्हें जोधपुर के महात्मा गांधी हॉस्पिटल लेकर गए। जहां डॉक्टरों ने उन्हें अलग से कमरे में इलाज देना शुरू किया। लेकिन अगले तीन-चार दिन में इनकी मौत होने की संभावना भी बता दी।
पिता और बेटी की मौत से परिवार टूटा
जोधाराम मालवीय लौहार की इच्छा थी कि वे अपने अंतिम समय में परिजनों से मिल ले। इस पर परिजन उन्हें घर लेकर आ गए। जहां 12 फरवरी को उन्हें घर के एक कमरे में अलग से रखा गया और 12 फरवरी की रात को ही उनकी मौत हो गई। मानसिक बीमारी के चलते पहले से हॉस्पिटल में भर्ती मृतक जोधाराम की बेटी तरूणा की भी 14 फरवरी 2024 को मौत हो गई। एक सप्ताह में परिवार के दो सदस्यों की मौत ने मृतक की बेटी सुरेखा और पत्नी पार्वती देवी को तोड़कर रख दिया।
गांव में पसरा सन्नाटा
जोधाराम की मौत के बाद पूरे गांव में सन्नाटा छा गया। इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि रैबीज बीमारी के कारण गांव में किसी अन्य की मृत्यु नहीं हो, इसके लिए सभी अस्पताल जाकर टीके लगवाए। इस दौरान बांगड़ हॉस्पिटल गांव के युवाओं सहित अन्य लोगों ने रैबीज के इंजेक्शन लगवाए। साथ ही आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए प्रशासन से भी आग्रह किया।
बेटी बोली- लापरवाही न बरतें
जोधाराम की बेटी सुरेखा ने कहा कि उनके पिता ने डॉग के काटने पर लापरवाही बरती, जिससे उनकी मौत हो गई। ऐसे में कुत्ते के काटने को भी सभी गंभीरता से लें और जल्दी से जल्दी डॉक्टर के पास जाकर इंजेक्शन लगवाए।