50 हजार की आबादी जिस अस्पताल के भरोसे वहां चिकित्सक ही नही
कई बार अवगत करवाने के बावजूद जनप्रतिनिधियों द्वारा आमजन की समस्या को किया जा रहा दरकिनार
सिवाना
उपखंड क्षेत्र के मोकलसर कस्बे से गुजरने वाले नेशनल हाईवे 325 पर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक का पद खाली होने की वजह से मरीजों को बेहतर इलाज नही मिल रहा है। वही पांच माह से ईलाज और पीएचसी नर्सिंग ऑफिसर के भरोसे चल रहा हैं क्योंकि यहां दो चिकित्सको का पद स्वीकृत होने के बावजूद दोनों पद रिक्त हैं। इस वजह से इस अस्पताल से जुड़ी आबादी को परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। हालात यह हैं कि गरीब तबके को समुचित स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रहीं हैं, जबकि आर्थिक रूप से संपन्न लोग सिवाना या बालोतरा के निजी अस्पतालों में इलाज कराने के लिए मजबूर हैं। और मरीजों की इस समस्या को अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि अनदेखा कर रहे हैं। बता दें कि मायलावास, मोकलसर, मोतीसरा, काठाड़ी, धीरा सहित दर्जनभर गाँवो के 50 हजार से भी अधिक आबादी के लोग इस अस्पताल के भरोसे हैं। अस्पताल में दर्जनभर गाँवो से मरीज यहां प्रतिदिन इलाज के लिए आते हैं। लेकिन यहां चिकित्सक नही होने की वजह कई मरीजों को बिना इलाज करवाएं अन्य अस्पताल की चरण लेनी पड़ती हैं।
पांच माह से चिकित्सक का पद रिक्त
जानकारी के मुताबिक़ यहां दो पद चिकित्सक के हैं। लेकिन यहां लंबे समय से केवल एक ही चिकित्सक नियुक्त थे। जिनकी पद्दोन्नति के बाद से यहां चिकित्सक का पद रिक्त पड़ा हैं।इस स्थिति में 1 अक्टूबर से यहां कार्यरत नर्सिंग ऑफिसर ही मरीजों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। इतनी बड़ी आबादी पर एक भी चिकित्सक नही होने की वजह से मरीजों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही हैं।