पेयजल परियोजना के पानी के लिए विधायक ने की मुख्यमंत्री से गुहार।
मुख्यमंत्री ने दिए पीडब्ल्यूडी सचिव को लिखित निर्देश।
वर्ष 2003 से है परियोजना का कार्य लंबित, परेशान ग्रामीण
सिवाना
गत 2003 से लंबित पोकरण फलसुंड बालोतरा सिवाना पेयजल परियोजना के पानी को सिवाना कस्बे सहित क्षेत्र के 101 गाँवो में राह देख रहे हजारों लोगों की आँखे इंतजार करते करते पथरा गई है। गत पांच के दौरान तत्कालीन सरकार द्वारा महज दस किमी पाइप लाइन व अधूरे पड़े टैंक के कार्य को ही पूरा कर पाई है। लेकिन सिवाना कस्बे सहित 101 गाँवो के लोगो को पानी नही पिला पाई है। जिससे ग्रामीणों को मीठा पानी नसीब नहीं हो पाया है। हाल ही में नवगठित भाजपा सरकार के नवनिर्वाचित विधायक हमीरसिंह भायल ने मुख्यमंत्री भजनलाल को पत्र प्रेषित कर परियोजना के पानी को सिवाना सहित अभावग्रस्त गाँवो में पहुचानेकी लिखित मांग की। जिस पर मुख्यमंत्री ने पीडब्लूडी विभाग के शासन सचिव को लिखित निर्देशित कर कार्यवाही करने के आदेश दिए है।
1066 दिन से है धरना जारी।
सिवाना कस्बे के तहसील कार्यालय के आगे सिवाना संघर्ष समिति के बैनर तले सिवाना ग्रामीणों का चल रहा अनिश्चितकालीन धरना बुधवार को 1066 वे दिन भी जारी है। उक्त धरना ने ऐतिहासिक रूप ले लिया है। सिवाना के इतिहास में सबसे लम्बा धरना साबित हुआ है। वैसे देखा जाय तो परियोजना का कार्य वर्ष 2019 में लगभग पूर्ण होने के कगार पर था। केवल दस किमी पाइप लाइन बिछाने व सिवाना में 101 गाँवो के लिए वाटर स्टोरेज निर्माण का कार्य बाकी था। लेकिन गहलोत सरकार के 5 साल के कार्यकाल में स्थानीय कांग्रेसी नेताओ में चली खींचतान व कमजोरी पैरवी एवं परियोजना से जुड़े उच्च अधिकारियों व ठेकेदारों के उदासिन रवैये के कारण पानी नही पहुच पाया है।
कार्य लगभग पूरा, बेफालतू अटकाया
इधर गत 2003 से लंबित पोकरण फलसुंड बालोतरा सिवाना पेयजल परियोजना का कार्य पाइप लाइन से लेकर वाटरटेंक निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है। लेकिन स्थानीय नेताओं व सरकार के अधिकारियों ने अभी तक पेयजल आपूर्ति शुरू नही की है। नेताओ के दबाव व चुनाव में राजनीतिक मुद्दा ताजा रखवाने के लिए पेयजल आपूर्ति को राजनीतिक स्वार्थो के कारण अटका रखा है। इधर जलदाय विभाग के अधिकारी उपभोक्ताओं को पानी के भारी भरकम बकाया बिल थमा रही है साथ ही पेयजल कनेक्शन के लिए उपभोक्ताओं से मीटर लगवाने पर बाध्य कर रही है। नतीजन गरीब व पिछड़े वर्गों के लोगो पर इस महंगाई में बिना पर्याप्त पेयजल आपूर्ति के बिल भरना व पीने के लिए मोल पानी मंगवाना मुश्किल हो गया है।
शीघ्र मिलेगा पेयजल परियोजना का पानी।
परियोजना का पानी पहुचाने के लिए मुख्यमंत्री को लिखित निवेदन किया गया है। जिस पर मुख्यमंत्री ने लिखित रूप से विभागीय सचिव को कार्यवाही के लिए निर्देशित किया है।
हमीरसिंह भायल विधायक सिवाना