मुखदर्शक जिम्मेदार : ट्रको पर रखे ग्रेनाइट पत्थरों पर नही बांधते पट्टे, हादसे की आशंका से ग्रामीणों में भय ; भारी भरकम ग्रेनाइट ब्लॉक के परिवहन के समय ब्लॉक की सुरक्षा को लेकर ट्रकों पर नही रहता कोई इंतजाम
नमस्कार नेशन/सिवाना
जंहा एक ओर पुलिस व परिवहन विभाग की ओर से समय-समय विशेष अभियान चलाकर वाहन चालकों को यातायात नियमों की पालना करने की हिदायत दी जाती हैं वहीं दूसरी ओर वाहन चालक बेखौफ होकर यातायात नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।ओवरलोड वाहनों के संचालन से लोगों की जान सांसत में रहती हैं लेकिन पुलिस व परिवहन विभाग मूकदर्शक बने हुए हैं।मायलावास चौराहा, लूदराडा, फूलन, वालू, मोकलसर, रमणिया सहित नेशनल हाइवे 325 पर प्रतिदिन दर्जनों ट्रक पर खुले ग्रेनाइट के पत्थर रखे देखने को मिल रहे हैं। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा इन लापरवाही करने वाले ट्रक संचालको के विरुद्ध कोई कार्यवाही नही की जा रही हैं।
मुखदर्शक बन बैठे जिम्मेदार
मायलावास चौराये पर स्थित नेशनल हाइवे 325 पर ओवरलोड वाहनों का आवागमन जोरों पर हैं। ट्रक संचालक अधिक कमाई के चक्कर मे वाहन की क्षमता से अधिक पत्थरों को वाहनों पर बिना बांधे ढो रहे हैं। वाहन चालक अधिक कमाई करने के चक्कर में यातायात नियमों का मखौल उड़ाते हुए लोगों की जान को खतरे में डाल रहे हैं। ओवरलोड वाहनों की वजह से सड़कों पर आए दिन हादसे घटित होते रहते हैं इसके बावजूद भी जिम्मेदार विभाग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।
पुलिस चौकी की नाक के नीचे से सरपट दौड़ रहे हैं ओवरलोड वाहन
मायलावास क्षेत्र में कई जीप, ऑटो रिक्शा अधिक कमाई करने के चक्कर में यातायात नियमों की अवहेलना कर रहे हैं, लेकिन पुलिस व परिवहन विभाग इन पर लगाम नहीं कस रहे हैं। हर रोज आबादी क्षेत्र व पुलिस चौकी के सामने से गुजर रहे इन वाहनों को रोकने की कवायद नहीं की जा रही है। मोकलसर में जालोर रोड़ पर स्थित पुलिस चौकी के सामने से हर रोज ग्रेनाइट स्लेब से ओवरलोड भरे ट्रक गुजरते हैं। इसके बावजूद पुलिस इसे नजरंदाज कर रही हैं। मायलावास चौराया दर्जनों गांवों का चौराहा स्थल होने की वजह से यहां हमेशा भीड़ रहती हैं साथ ही वहां पर गति अवरोधक भी नही बने हुए हैं इसलिए प्रत्येक वाहन तेज रफ्तार से गुजरते हैं। नेशनल हाईवे होने की वजह से यहां दिनभर ओवरलोड़ ट्रकों समेत अन्य वाहनों का आवागमन होता हैं। बजरी, पत्थरों व अन्य सामान से ओवरलोड वाहनों का यहां से दिनभर आवागमन होता हैं।
हर वक्त रहती हैं हादसे की आशंका
कई ओवरलोड वाहन चौराये से गुजरते हैं। ट्रक में रखे ग्रेनाइट स्लेब का काफी हिस्सा बाहर की तरफ ही रहता हैं ऐसे में ये स्लेब कभी भी ट्रक से गिरकर हादसे का सबब बन सकते हैं इसके बावजूद अभी तक इनके खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नही की गई हैं। को आमंत्रित कर सकते हैं।
इसलिए ट्रोलर से लुढ़कते हैं ब्लॉक
ट्रको के ऊपर रखे पत्थरों से हादसे होने का एक अहम कारण यह है कि ट्रोलर में रखे पत्थरों के ब्लॉक को किसी तरह से बांधकर नहीं रखा जाता है। बंधन नहीं होने से मोड में असंतुलित होकर ब्लॉक लुढ़क जाते हैं। इस तरह से ब्लॉक का परिवहन करना भी गलत हैं, लेकिन परिवहन विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा हैं।