बारिश से जगह जगह हुए जल जमाव से आवागमन हुआ प्रभावित।
पुलिस की गाड़ी भी फंसी गड्ढे में
सिवाना
कस्बे में दोपहर को हुई दस मिनिट की रिमझिम बारिश से कस्बे के मुख्य आवागमन मार्गो पर जगह जगह जल जमाव हो गया। जिससे आवागमन प्रभावित हुआ है। विशेष कर कस्बे के आबादी से गुजरने वाले नेशनल हाईवे 325 पर गाँधीचोक से लेकर चम्पावाडी जैन संस्थान तक लगभग एक किमी दूरी का तक जगह जगह बरसाती पानी के निकासी के पुख्ता इंतजाम पिछले 40 साल से नही होने के कारण आवागमन में वाहन चालकों, पैदल राहगीरों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही हैं।
नेशनल हाईवे पर बरसाती पानी का जमाव की समस्या पर कौन दे ध्यान
पूर्व में स्थानीय ग्राम पंचायतों के कई सरपंच चुनकर आए लेकिन किसी ने इस समस्या के समाधान के लिए कोई प्रयास नही किये। गत दो साल से नगरपालिका के शासन के दौरान तो हालात और ज्यादा बदतर हो गए हैं। आबादी से गुजरने वाले नेशनल हाईवे के एक किमी दूरी तक व्यापारिक प्रतिष्ठान, धार्मिक स्थलों, आवासीय बस्तियों के लोगो द्वारा हमेशा रोड से ऊपर उठने का प्रयास किया। तथा रोड को क्रॉस करके परम्परागत रास्ते से निकलने वाले पानी के रास्तों को अवरूद्ध कर दिया। गत साल रामदेव मंदिर के पास गली से बरसाती पानी की निकासी को रेत डालकर रोक दिया गया था। लेकिन नगरपालिका ने आँखे मुंद ली। अब बरसात का पानी हाइवे पर जमा रहता है।
रोड के दोनों तरफ पाइप लाइन या केबल के लिए खोदे जाने वाले गड्डो की समस्या
जल जमाव के साथ साथ रोड के दोनों तरफ कभी पाइप लाइन के लिए तो कभी टेलीकॉम कंपनियों के द्वारा ओएफसी केबल बिछाने के लिए गड्ढे खोद दिए जाते हैं। उक्त गड्डो को वापिस सही ढंग से रेत डालकर समतल नही करने के कारण बारिश के समय सड़क पर जल भराव से बचने के लिए जैसे ही वाहन चालक सड़क से नीचे उतरते हैं। वाहन उक्त गड्डो में फंस कर जाम हो जाते हैं। कुछ ऐसा ही नजारा शनिवार को नेशनल हाईवे पर मोकलसर रोड पर एसबीआई कृषि शाखा के समीप नजर आया। स्थानीय पुलिस की गाड़ी ने जैसे ही रोड से साइड में गाड़ी ली। तो गाड़ी केबल बिछाने के लिए खोदे गए गड्ढे में फंस गई।