कालवी को दी सच्ची श्रद्धांजलि
कालवी के संघर्षों को समाज सदैव याद करेगा : जसोल
नमस्कार नेशन/बालोतरा
बालोतरा के स्थानीय वीर दुर्गादास राजपुत छात्रावास में समाज में भीष्म पितामह की भूमिका निभाने वाले, श्री राजपूत करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्रसिंह कालवी के असामयिक निधन पर रविवार को पुष्प अर्पित व 2 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान बालोतरा प्रधान भगवतसिंह जसोल ने कहा कि लोकेंद्रसिंह कालवी पूर्व कैबिनेट मंत्री स्व. कल्याणसिंह कालवी के पुत्र थे, समाज के लिए संघर्ष का सामना करते हुए हजारों आंदोलन कर गरीब की आवाज सरकार तक पहुंचाकर लोहा मनवाया है। वहीं कहा कि कालवी के देवलोक गमन से मारवाड़ सहित पूरे राजस्थान एवं देश की अपूरणीय क्षति है।समाज की संघर्ष की घड़ी में अहम योगदान के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।चंदनसिंह चांदेसरा ने कहा कि लोकेंद्रसिंह कालवी राजनीतिक परिवार से होने के बावजूद भी राजस्थान की संस्कृति को अपनाते हुए सफेद धोती कुर्ता व साफे के साथ सादा जीवन जिया है। नरपतसिंह उमरलाई ने कहा कि कालवी ने राजपूत समाज के 11 मुददों को लेकर श्री राजपूत करणी सेना का गठन किया था। करणी सेना ने समाज के हर गरीब की लड़ाई लड़ी। इतिहास के विखंडन पर सड़कों पर उतरे और संघर्ष किया। आरक्षण के लिए अंतिम समय तक संघर्ष जारी रहा। लोकेन्द्र सिंह कालवी के नेतृत्व में आरक्षण के लिये श्री राजपूत करणी सेना ने 2006 से लगातार हर सरकार के सामने सामान्य वर्ग और राजपूत समाज के आरक्षण के लिए बड़े आंदोलन किए।
यह रहे मौजूद
अधिवक्ता प्रवीणसिंह जसोल, जसोल सरपंच ईश्वरसिंह चौहान, चंद्रसिंह उमरलाई, करणी सेना जिला अध्यक्ष आसुसिंह सिणली, बलवंतसिंह कोटड़ी अर्जुनसिंह गुड़ानाल, महेंद्रसिंह मांगता, कल्याणसिंह सिणली, भोमसिंह भूंगरा, नारायणसिंह संग्राम सिंह की ढाणी, जगमालसिंह सोढा, जीवनसिंह सोढा आदि मौजूद रहे।