एटीएम मशीन में पॉवर फेलियर कर 74.95 लाख रुपए ठगने वाले दो आरोपी गिरफ्तार ; पुलिस ने दो इनामी आरोपी को हरियाणा से किया गिरफ्तार
नमस्कार नेशन/बाड़मेर
बाड़मेर जिले की कोतवाली पुलिस ने एटीएम से छेड़छाड़ कर 74.95 लाख रुपए निकालने वाली गैंग के दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी पर पुलिस ने 2-2 हजार रुपए का इनाम घोषित था। पुलिस ने करीब ढाई माह पहले खुलासा करते हुए एक आरोपी को हरियाणा से गिरफ्तार किया था। दो इनामी आरोपी सहित अब तक गिरोह के तीन आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। दरअसल, एसबीआई की शाखा प्रतापजी की पोल बाड़मेर के मैनेजर सुरजीत कुमार ने 3 फरवरी को रिपोर्ट दी थी, जिसमें बताया था कि बाड़मेर में एसबीआई बैक के एटीएम में से गैंग ने फर्जी तरीके से रुपए निकाल लिए हैं। गैंग ने 22 नवंबर 2020 से 3 फरवरी 2021 तक एसबीआई की अलग-अलग एटीएम से 74 लाख 95 हजार रुपए निकाले थे। ये एटीएम में छेड़छाड़ कर पावर फेलियर कर रुपए निकाल लेते थे। एसपी दिगंत आनंद के मुताबिक कोतवाली थाने के कोतवाल गंगाराम खावा के नेतृत्व में एसआई बाबूलाल हेड कॉन्स्टेबल पदमपुरी व कॉन्स्टेबल नरेंद्र कुमार विश्नाई मय पुलिस जवानों की टीम बनाई गई। बाड़मेर सिटी में स्थित सभी बैंकों के एटीएम से हुए ट्रांजैक्शन की डिटेल ली गई। हजारों बैंक खातों की डिटेल मिलने के बाद उन बैंक खातों में से करीब 19 बैंक अकाउंट होल्डर भरतपुर, नूंह, पलवल हरियाणा के मिले। पुलिस ने मुबारिक उर्फ मुबी पुत्र दीन मोहम्मद को 25 अगस्त को गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ के बाद अब पुलिस ने दो इनामी आरोपी मुबारिक पुत्र जान मोहम्मद निवासी गंगवानी, लोहिन्गा कल्ला नूह हरियाणा व नसीम पुत्र हारूण निनवासी लोहिंगा कल्ला, पून्हावा जिला नूंह हरियाणा को गिरफ्तार किया गया।
अकाउंट होल्डर के जरिए पहुंचे हरियाणा
पुलिस टीम ने संदिग्ध बैंक अकाउंट होल्डर की पूरी जानकारी ली। इसके आधार पर गैंग का सरगना मुबारिक उर्फ मुबी पुत्र दीन मोहम्मद निवासी लोहिंगा कल्ला पुलिस थाना पुन्हाना जिला नूंह का रहने वाले का पता चला। बैंक खातों, एटीएम डिटेल, मोबाइल नंबरों के आधार पर मुबारिक शामिल होना पाया गया। इस पर एक टीम को हरियाणा पहुंची। संभावित ठिकानों पर तलाश शुरू की गई। आरोपी मुबारिक 25 अगस्त 2023 को गिरफ्तार करने में सफलता हाथ लगी। आरोपी से पूछताछ करने के साथ गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश कर दो इनामी आरोपी को गिरफ्तार किया है।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि गांव के अनपढ़ व गरीब लोगों का बैंक खाता खुलवाकर उनमें अपने पास उपलब्ध मोबाइल नंबर डाल देते थे। एटीएम लेकर दूसरे शहरों में जाकर एटीएम से रुपए विड्रॉल करते थे। जब रुपए एटीएम से निकल रहे होते ये उसी समय एटीएम का पावर कट कर देते और रुपए ले लेते थे। पावर कट होने से ट्रांजैक्शन फेलियर का मैसेज आ जाता। ये लोग उस बैंक खाता में अंकित मोबाइल नंबर से संबंधित बैंक को फोन करके बताते कि रुपए विड्रॉल नहीं हुए हैं। ट्रांजैक्शन फैल का मैसेज आया। बैंक शिकायत पर रुपए रिफंड कर जमा कर देती थी।