15 सालों का रिकॉर्ड टूटेगा या फिर से रहेगा कायम
नमस्कार नेशन/बाड़मेर
राजस्थान विधानसभा चुनाव रिजल्ट में कुछ घंटों का समय बचा है। प्रत्याशियों के साथ लोग नतीजों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। 3 दिसंबर को सुबह काउंटिंग शुरू हो जाएगी। इससे पहले सभी राजनीतिक दल और विश्लेषक यह चर्चा कर रहे हैं कि बाड़मेर-जैसलमेर से कौनसी पार्टी कितनी सीटें जीत रही हैं। यह भी कायस लगाए जा रहे हैं कि बीते 15 सालों का रिकॉर्ड टूटेगा या फिर कायम रहेगा। पिछले तीन चुनावों में बाड़मेर-जैसलमेर की 9 सीट में से 8 सीट जिसकी सरकार बनती है उस पार्टी के उम्मीदवार जीतते आ रहे हैं। उल्लेखनीय हैं कि बाड़मेर जिले की 7 विधानसभा सीटों पर 14.90 लाख वोटर्स ने 62 उम्मीदवार के भाग्य का फैसला तय कर दिया है। इसके नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे। लेकिन भाजपा-कांग्रेस, आएलपी से लेकर निर्दलीयों में विधानसभा चुनाव के बाद नतीजों को लेकर उत्सुकता है। पांच दिन में गांव के बूथ से लेकर जातिगत वोटरों तक के गणित लगाकर हर कोई अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहा है। पांच दिन से प्रत्याशियों और समर्थकों के बीच इस गणित को लेकर जीत के दावे किए जा रहे हैं। अब 3 दिसंबर को फाइनल नतीजे आने हैं। बाड़मेर जिले की सभी सीटों पर इस बार चुनाव काफी रोचक थे। कहीं भाजपा-कांग्रेस तो कहीं भाजपा-कांग्रेस को निर्दलीय और आरएलपी टक्कर दे रही है। इसी वजह से नतीजे भी चौंकाने वाले आएंगे।
15 साल बाद बदल सकता है रिवाज
वर्ष 2008 के विधानसभा चुनावों से लेकर 2018 तक बाड़मेर-जैसलमेर दोनों जिलों की 9 सीटों में पर 8-1 सीट जीतने का रिवाज रहा है। यानि जब जिस पार्टी की सरकार प्रदेश में बनती है वह 9 में से 8 सीट जीतती है। 2008 में 9 में से भाजपा के पास 2 और कांग्रेस के पास 7 सीट थी। प्रदेश में भाजपा ने 78 और कांग्रेस ने 96 सीट जीती। इसी तरह 2013 में बाड़मेर-जैसलमेर की 9 में से भाजपा ने 8 और कांग्रेस ने 1 सीट जीती। जबकि प्रदेश में भाजपा ने 163 और कांग्रेस ने 46 सीट जीती थी। 2018 में बाड़मेर-जैसलमेर की 9 में से कांग्रेस ने 8 और भाजपा ने 1 सीट जीती। जबकि प्रदेश में भाजपा ने 73 और कांग्रेस ने 99 सीट जीती थी। अब 2023 के विधानसभा चुनाव में बाड़मेर-जैसलमेर में यह रिवाज बदलने की संभावना है।