बाड़मेर।
3 दिन पहले कट्टों में ठूंसे हुए मिले थे, होटल में सप्लाई का आरोप
हिरणों के शव को डीप-फ्रिज में रखकर ग्रामीण 3 दिन से धरने पर बैठे हैं। आरोप है कि शिकारी दर्जनों हिरणों का शिकार कर कट्टों में भरकर ले गए हैं। वहीं 1 हिरण कट्टे में नहीं आया तो उसे वहीं फेंक दिया। जबकि एक कट्टे में हिरणों के बच्चे बुरी तरह ठूंसे हुए मिले। ग्रामीणों का आरोप है कि इलाके में गैंग एक्टिव है जो हिरणों का शिकार कर उन्हें होटलों में सप्लाई कर रही है। पुलिस ने मामले में 16 लोगों को डिटेन किया है, जिनसे पूछताछ जारी है। मामला बाड़मेर के चौहटन उपखंड के चौहटन आगोर गांव का है।
पढ़िए मामले का पूरा घटनाक्रम
कट्टे में ठूंसे हुए थे हिरण के बच्चे
वन्य जीव प्रेमी प्रकाश ने बताया कि शुक्रवार की सुबह 10 बजे खेत में काम करने वाले एक किसान ने पुलिया के नीचे कट्टा देखा था। बंधे हुए कट्टे को देख कर जब उसने जांच की तो इसमें से बदबू आ रही थी। खोला तो 2 हिरण के बच्चे बुरी तरह ठूस कर अंदर बंद किए हुए थे। किसान ने पास ही में चल रहे एक सामाजिक कार्यक्रम में लोगों को इसके बारे में बताया। इसी दौरान यहां पास में ही एक और बड़े हिरण का शव मिला।
पहले लगा एक्सीडेंट हुआ है
वन्य जीव प्रेमी प्रकाश ने बताया कि पहले तो लगा कि कार से एक्सीडेंट में हिरण की मौत हुई है। लेकिन, जब दोनों ही मामले सामाजिक कार्यक्रम में पहुंचे तो पता चला की इलाके में कोई गैंग एक्टिव है जो हिरणों का शिकार कर उन्हें होटलों में सप्लाई कर रही है। इसके बाद वन्य जीव दया संघर्ष समिति के जगदीश ढाका ने चौहटन थाने में शिकार का मामला दर्ज कराया। इसके बाद हमने हिरणों के शवों को डीप-फ्रिज में रखा और प्रदर्शन शुरू किया। पिछले 3 दिन से प्रदर्शन जारी है और हमारी मांग है कि शिकारियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
प्रशासन समझाइश में जुटा, 16 डिटेन किए
डीएफओ सविता दहिया, एसडीएम कुसुमलता चौहान, एएसपी नितेश आर्य ने धरना स्थल पर पहुंचकर वन्यजीव प्रेमियों से वार्ता की। तीन दिन में खुलासा करने का भरोसा दिलाया। इसके बाद लोगों ने आंशिक रूप से धरना जारी रखने पर सहमति जताई, लेकिन तीन दिन में कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा।